सरकार ने देखा है कि कई बार लोग कानूनी झंझट के डर से सड़क पर घायल व्यक्ति की मदद नहीं करते। इस कारण कई बार समय पर इलाज नहीं मिल पाने से घायल की मौत हो जाती है। इस योजना के तहत अब मददगार व्यक्ति को न केवल सम्मानित किया जाएगा बल्कि उसे ₹5000 की सीधी सहायता राशि भी दी जाएगी। यह राशि सीधे उसके बैंक खाते में दो कार्यदिवस में भेजी जाएगी।
योजना में यह स्पष्ट किया गया है कि अगर एक से अधिक लोग घायल को अस्पताल लेकर जाते हैं, तो यह राशि बराबर हिस्सों में बाँटी जाएगी। सहायता पाने के लिए अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर को पूरी जानकारी देनी होगी। इसमें नाम, मोबाइल नंबर और बैंक खाता विवरण शामिल है।
सरकार ने यह भी साफ किया है कि एम्बुलेंस कर्मचारी, पुलिसकर्मी या घायल के रिश्तेदार इस योजना के दायरे में नहीं आएंगे। केवल आम नागरिक जो निस्वार्थ रूप से मदद करता है, वही पात्र होगा। योजना का उद्देश्य “भले समaritans” को बढ़ावा देना है ताकि समाज में मदद करने की भावना को प्रोत्साहन मिल सके।
यह योजना पूरे राज्य में लागू की गई है और इसकी निगरानी स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही है। किसी भी जानकारी के लिए नागरिक हेल्पलाइन नंबर 0141-2225624 या ईमेल medicalcsr@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं। मददगार को सम्मान पत्र भी घर भेजा जाएगा या वॉट्सएप व ईमेल के जरिए मिलेगा।
राजस्थान में सड़क सुरक्षा के लिहाज से यह योजना एक बड़ी पहल मानी जा रही है। इससे पहले लोग अक्सर कानूनी कार्रवाई से डरते थे लेकिन अब उन्हें मदद के बदले सम्मान और इनाम दोनों मिलेगा। सरकार को उम्मीद है कि इस योजना से अधिक से अधिक लोगों की जान बचाई जा सकेगी।
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