राजस्थान के किसानों के लिए नया वित्तीय वर्ष 2025: राज किसान साथी पोर्टल से जानें नई योजनाओं की जानकारी

राजस्थान के किसानों के लिए नया वित्तीय वर्ष 2025-26 एक नई उम्मीद लेकर आया है। राज्य सरकार ने कृषि क्षेत्र को मजबूत करने और किसानों को सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की है। इन योजनाओं का उद्देश्य न केवल किसानों की आय बढ़ाना है, बल्कि कृषि में नवाचार, तकनीकी सुधार और पर्यावरणीय स्थिरता भी सुनिश्चित करना है। इस लेख में हम जानेंगे कि नए वित्तीय वर्ष से राजस्थान के किसानों को किस प्रकार के लाभ मिलेंगे और राज किसान साथी पोर्टल किस तरह से किसानों को विभिन्न योजनाओं से जोड़ने का काम करेगा।

राज किसान साथी पोर्टल

राज किसान साथी पोर्टल राजस्थान सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो किसानों के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। इस पोर्टल के माध्यम से किसान विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, साथ ही अपने दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं और विभिन्न सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह पोर्टल किसानों के लिए एक तरह से एकीकृत सेवा का केंद्र है, जहाँ से वे अपनी कृषि संबंधित समस्याओं का समाधान पा सकते हैं और सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।

राज किसान साथी पोर्टल 2025 में और भी अधिक सुविधाओं के साथ अपडेट किया गया है, ताकि किसान अपनी जरूरतों के अनुसार योजना का चयन कर सकें। इस पोर्टल पर किसान विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि सिंचाई योजनाएं, प्राकृतिक खेती, जैविक उर्वरक और कृषि उपकरण सब्सिडी आदि। इस पोर्टल पर लॉगिन करने के लिए किसानों को अपनी आधार संख्या और अन्य आवश्यक विवरण दर्ज करना होता है। इसके बाद वे आसानी से अपने आवेदन को ट्रैक कर सकते हैं और किसी भी अपडेट की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

नई योजनाओं की घोषणा: किसानों को मिलेगा बड़ा लाभ

2025-26 के वित्तीय वर्ष में राजस्थान सरकार ने किसानों के लिए कई नई योजनाओं की घोषणा की है। इनमें से कुछ प्रमुख योजनाओं को हम यहाँ पर विस्तार से देखेंगे:

  1. प्राकृतिक खेती को बढ़ावा:

राजस्थान में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के तहत 1,584 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इसके माध्यम से राज्य के सभी 41 जिलों में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। सरकार का लक्ष्य है कि 90,000 हेक्टेयर भूमि को प्राकृतिक खेती के तहत लाया जाए, जिससे किसानों को रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम हो और उनकी आय में वृद्धि हो। प्राकृतिक खेती में गोबरधन उर्वरक का उपयोग किया जाएगा, जिससे किसानों की लागत कम होगी और पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

  1. आधुनिक कृषि उपकरणों की उपलब्धता:

कृषि कार्य में तकनीकी नवाचार के माध्यम से उन्नति करने के लिए राजस्थान सरकार ने 1,000 कस्टम हायरिंग केंद्र स्थापित करने की योजना बनाई है। इन केंद्रों के माध्यम से छोटे और मध्यम किसानों को आधुनिक कृषि उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे किसानों को महंगे उपकरण खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी और वे कम लागत में उन्नत कृषि उपकरणों का लाभ उठा सकेंगे।

  1. सिंचाई सुविधाओं में सुधार:

राज्य में सिंचाई की बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए 900 करोड़ रुपये के बजट से 25,000 फार्म पॉन्ड, 10,000 डिग्गी, 50,000 सौर पंप संयंत्र और 20,000 किलोमीटर सिंचाई पाइपलाइन का निर्माण किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य यह है कि हर किसान तक सिंचाई की पर्याप्त सुविधा पहुंचे और खेती के दौरान पानी की कमी की समस्या का समाधान हो सके। इससे किसानों को फसलों की बेहतर सिंचाई मिलेगी और उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ेगी।

  1. जैविक खेती को प्रोत्साहन:

जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान सरकार ने गोबरधन जैविक उर्वरक योजना को लागू करने की योजना बनाई है। इसके तहत 3 लाख ढैंचा बीज मिनीकिट और 50,000 किसानों को जैविक उर्वरक मुफ्त में प्रदान किए जाएंगे। जैविक खेती से न केवल किसानों को लागत में कमी होगी, बल्कि उनके उत्पादों की गुणवत्ता भी बढ़ेगी, जिससे उन्हें अच्छे दाम मिलेंगे।

  1. कृषि में तकनीकी नवाचार:

राजस्थान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग का उपयोग बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर AI इन एग्रीकल्चर की स्थापना का प्रस्ताव रखा है। इस केंद्र में किसानों को नवीनतम तकनीकों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे अपनी खेती में तकनीकी सुधार कर सकें और बेहतर उत्पाद प्राप्त कर सकें। इसके लिए 50 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।

राज किसान साथी पोर्टल का महत्व

राज किसान साथी पोर्टल किसानों के लिए एक सुविधा केंद्र की तरह काम करेगा। इस पोर्टल के माध्यम से किसान अपनी जमीन, कृषि पद्धतियों, और अन्य विवरण दर्ज कर सकते हैं। इसके बाद वे विभिन्न योजनाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं और इन योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यह पोर्टल किसानों को न केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करेगा, बल्कि उनकी समस्याओं का समाधान भी करेगा।

निष्कर्ष

राजस्थान के किसानों के लिए 2025-26 का वित्तीय वर्ष बहुत महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। राज किसान साथी पोर्टल और सरकार द्वारा शुरू की गई नई योजनाएं किसानों को एक नई दिशा देंगी और उनके जीवन स्तर में सुधार लाने में मदद करेंगी। प्राकृतिक खेती से लेकर सिंचाई और कृषि उपकरणों तक, राज्य सरकार ने किसानों के हर पहलू पर ध्यान दिया है। यदि आप राजस्थान के किसान हैं, तो राज किसान साथी पोर्टल पर जाकर इन योजनाओं का लाभ उठाएं और अपनी कृषि की कार्यक्षमता को बढ़ाएं।

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